गुरुवार, 25 अप्रैल 2019

अनकहा जज़्बात

पहली बार ये एहसास हुआ है,
कोई हमारे दिल के पास हुआ है,
वो रोज़ हमारे ख्याबों में आती है,
उनकी यादें रात भर हमें सताती है,
अपने अनकहे, अनजाने जज्बात से,
वो मेरे दिल को यूँ ही चुराती हैं,
फिर अपने अलग अंदाज से,
मुस्कुराते हुए चली जाती है,
उनका यूँ मुस्कुराता चेहरा,
मुझको पागल कर देता है,
दर्द दुनिया जो देती है उनके नाम पर,
उस पर दवा का असर कर देता है.......

Vatsaly shyam

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