उसको पहली बार था देखा,
अपने घर के दरवाजों से,
कितनी भोली चाल थी उसकी,
मतवाली मस्त हवाओं में,
धीरे धीरे वो मतवाली,
आने लगी ख़यालों में,
कुछ ऐसे जैसे बरखा,
आ जाते हैं ब्यालों में,
ऐसा पहली बार हुआ था,
सब कहते थे प्यार हुआ था...
सब कहते थे कह दूं तुमसे,
अपने दिल की बात,
तेरे आने से मिला है,
खुशियों का सौगात,
मुझे हँसा कर जाती हो,
ख्याबों में जब आ जाती हो,
सारी रात सुहाने सपने,
मुझको तुम दिखलाती हो,
कब तक ऐसा यूँ ही चलेगा,
कब दोनो का दिल मचलेगा,
कब उससे तुम बात करोगे ,
सपनो का सच कब बोलोगे।।।।।
परिचय नाम-सुधांशु तिवारी "वात्सल्य श्याम" मोबाइल नंबर- 8858986989 सोशल मीडिया- vatsalyshyam
गुरुवार, 11 अप्रैल 2019
उसको पहली बार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
-
जागकर के वो मेरी प्रीतम, अपने दिल को मुझको सुना दो, हाल दिल का उधर भी यही है, इक बार फिर से किस्सा बता दो।। रात भर तुमसे बातें वो करना...
-
वो आज रो रही थी! कौन?? अरे वही!जिसके बग़ैर, आजकल मुझे जीना नही आता है, वही जो मेरी हर बात को, दिल से लगाती है, अरे पागल और कौन वही, ज...
-
ये रिश्ते ये नाते, चलो सब कुछ निभाते है, उससे पहले हम आपके, और आप हमारे, बताओ क्या कहलाते है??।1। ये कसमे ,ये वादें ये दूरियाँ ये मज...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें