जिम्मेदारियों से अपने अब वो बेचैन होगी,
पता लगा है अबकी बार वो 12th में होगी,
अपने आने वाले कल के ख्याब वो सजाई होगी,
मैं तो नही हूँ पर शायद मेरी यादों को उसमें बुलाई होगी,
सफल,असफ़ल , अच्छाई, बुराई अब सब कुछ तो मिलेगा,
इसीलिए वो अब मन में थोड़ा सा घबराई होगी,
हो सकता हो माँ बाप ने जिंदगी के बारे में बतलाया होगा,
वजह यही है तभी तो कठिनाइयों को देख मुस्कुराई होगी,
पहले ही उसने इस दुनिया मे जीना सीख लिया होगा,
तभी तो मेरे इक़रार को वो इस तरह वो ठुकराई होगी,
ख़ैर कारण व परिणाम चाहे जो कुछ भी रहा होगा,
पर हर वक़्त मेरी शायरियों में खुद को पाई होगी,
और इन्ही को देख वो रात भर आंखों को भीगाई होगी......
पता लगा है अबकी बार वो 12th में होगी,
अपने आने वाले कल के ख्याब वो सजाई होगी,
मैं तो नही हूँ पर शायद मेरी यादों को उसमें बुलाई होगी,
सफल,असफ़ल , अच्छाई, बुराई अब सब कुछ तो मिलेगा,
इसीलिए वो अब मन में थोड़ा सा घबराई होगी,
हो सकता हो माँ बाप ने जिंदगी के बारे में बतलाया होगा,
वजह यही है तभी तो कठिनाइयों को देख मुस्कुराई होगी,
पहले ही उसने इस दुनिया मे जीना सीख लिया होगा,
तभी तो मेरे इक़रार को वो इस तरह वो ठुकराई होगी,
ख़ैर कारण व परिणाम चाहे जो कुछ भी रहा होगा,
पर हर वक़्त मेरी शायरियों में खुद को पाई होगी,
और इन्ही को देख वो रात भर आंखों को भीगाई होगी......
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