वो सबसे छिप कर तुझसे बातें करना,
तेरे कॉल के इंतजार में रात भर जगना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का नजरिया हो गया।1।
पलभर की बातों को घंटों तक बताना,
जरा सा देर होने पर प्यार से समझाना,
इक़रार इजहार में अब ढलते शाम को बिताना,
सुबह उठकर फिर से तेरी याद में ढल जाना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का नजरिया हो गया ।2।
बातों बातों में तेरा जोर जोर से खिलखिलाना,
बिना कुछ बोले अपनी तारीफ़ पर शर्माना,
डर के आगे जीतने का जज़्बा दिखाना,
अपने प्यार में सबकुछ भूल जाना,
फिर वही किस्सा दोबारा दोहराना,
आपसे बात करने का नया सा बहाना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का नजरिया हो गया ।3।
वो पल पल की यादों में सिमटकर के रोना,
विरह के मौसम में यादों का कोना,
मेरे हर किस्से में तेरा जिक्र होना,
यादों में तेरी अक्सर अब खोना,
मेरे दोस्तों में अब तेरी बात होना,
तेरा नाम आने पर यादों में खोना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का तु ही नजरिया हो गया ।4।
वात्सल्य श्याम
SST
तेरे कॉल के इंतजार में रात भर जगना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का नजरिया हो गया।1।
पलभर की बातों को घंटों तक बताना,
जरा सा देर होने पर प्यार से समझाना,
इक़रार इजहार में अब ढलते शाम को बिताना,
सुबह उठकर फिर से तेरी याद में ढल जाना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का नजरिया हो गया ।2।
बातों बातों में तेरा जोर जोर से खिलखिलाना,
बिना कुछ बोले अपनी तारीफ़ पर शर्माना,
डर के आगे जीतने का जज़्बा दिखाना,
अपने प्यार में सबकुछ भूल जाना,
फिर वही किस्सा दोबारा दोहराना,
आपसे बात करने का नया सा बहाना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का नजरिया हो गया ।3।
वो पल पल की यादों में सिमटकर के रोना,
विरह के मौसम में यादों का कोना,
मेरे हर किस्से में तेरा जिक्र होना,
यादों में तेरी अक्सर अब खोना,
मेरे दोस्तों में अब तेरी बात होना,
तेरा नाम आने पर यादों में खोना,
यही मेरे जीने का जरिया हो गया,
मेरी बदलती जिंदगी का तु ही नजरिया हो गया ।4।
वात्सल्य श्याम
SST
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