शुक्रवार, 4 मई 2018

तेरे इशारों को...

तेरे इशारों को मैं,
समझ न पाता हूं,
क्योकिमैं तुझे देखते ही,
कहीं और खो जाता हूं,
लोग जाने कैसे करते हैं,
इज़हार-ए-इश्क,
मैं जब भी सोचता हूं तो,
डरकर वापस आ जाता हूं,
डरता हूं कि कहीं,
तू मुझे बदनाम न कर दे,
मेरे इश्क के लफ़्ज़ों को,
तू सरेआम न कर दे,
कह दे तू वही बात,
जो मैं नहीं चाहता हूं,
बिछड़ने से डर लगता है,
इसीलिए कभी कह न पाता हूं,..........
#vatsalyshyam

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