गुरुवार, 4 जनवरी 2018

सिर्फ चाहूं तुझे...

सिर्फ चाहूं तुझे या,कह दूं कभी,
रोज आती जो हो तुम,मेरे दिल की गली,
सच कहूं तो तुम ही हो,मेरे होंठों की हसी,
जो कभी आती हो,सांझ के रांझ में,
मैं यूं ही भूल जाता हूं,खुद को कभी,
सिर्फ चाहूं तुझे या,कह दूं कभी।
लोग कहते है ऐसा,चाह ही राह है,
बिन तेरे जिन्दगी,न कोई चाह है,
तू जो कर दे इशारा,मैं समझ जाऊंगा,
तेरे लिए मेरी राधा,श्याम कहलाऊंगा,
तू अभी फूल है,जो खिली है अभी,
तू कह दे जो हां,भंवरा बन जाऊंगा,
सिर्फ चाहूं तुझे या,कह दूं कभी!!!!
@vatsalyshyam

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