शनिवार, 14 मार्च 2020

ओ रे हवा रे पुरवइया !!!!!

ओ रे ! हवा रे ! पुरवइया
मेरा इतना सा कर दे काम,
मैंने लिखा है खत सुन ले तू,
पहुँचा दे उस पार.....

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!


कह देना अब न जी पाऊँ ,
तेरे बिना सुन मर जाऊँ,
मत जा तू मेरे प्यार,
अब दम घुटता है यार......

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!

तेरे लिए आसान बहुत है,
मेरे बिना सब काम बहुत है,
पता हमे भी भूल गई तू,
पर तू मेरा संसार......

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!

माना मैं तो बहुत बुरा हूँ,
तेरे लिए मैं ख़ुद से लड़ा हूँ,
माफ़ तू कर दे यार,
मत जा तू मेरे प्यार ......

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!!


कहना सबने है समझाया,
पर लड़का ये समझ न पाया,
चार दिनों से भूखा प्यासा,
करता रहा इंतज़ार.....

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!!!!!

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