1
सबसे प्यारा है मुझे ,
वतन की आन बान शान,
माँ भारती के लिए,
मान सम्मान सब कुछ कुर्बान...
2
धर्म भाषा जाति सबको पीछे छोड़ दिया,
जब से मैंने अपनी मातृभूमि से नाता जोड़ लिया...
3
नही चाहता कि कभी तिरंगा झुक जाए
मेरे मरने पर सारा जहान रुक जाए,
ख्याहिश यही है मेरी कलम कुछ ऐसा लिख दे,
कि मादरे-ए-वतन से मुझे सच्चा इश्क़ हो जाये.....
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें