शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

इश्क़-ए-वतन

               
1
सबसे प्यारा है मुझे ,
वतन की आन बान शान,
माँ भारती के लिए,
मान सम्मान  सब कुछ कुर्बान...


              2
धर्म भाषा जाति सबको पीछे छोड़ दिया,
जब से मैंने अपनी मातृभूमि से नाता जोड़ लिया...


               3
नही चाहता कि कभी तिरंगा झुक जाए
मेरे मरने पर सारा जहान रुक जाए,
ख्याहिश यही है मेरी कलम कुछ ऐसा लिख दे,
कि मादरे-ए-वतन से मुझे सच्चा इश्क़ हो जाये.....

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