शेर मिला है अबकी हमको,
भारत माँ की माटी से,
56 इंच अब देख लिया है,
उस शेर की छाती से,
सबने केवल हमें छला था,
लालच देकर वोट लिया था,
पर अबकी है मिला जो हमको,
वो सच्चा इक नायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
वीर शिवा की झलक दिखाता,
दुश्मन को वो मार भगाता,
नतमस्तक दुनिया है मानो,
उसकी सारी बातें जानो,
श्याम कहेगा अबकी ऐसा,
नही मिलेगा मोदी जैसा,
जनता सारी समझ गई है,
वो ही सच्चा नायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
राष्ट्र हित की बातें करता,
भारत माँ भारत माँ रटता,
देश की कैसे शान बढ़ा दूँ,
ऐसी बातें दिन भर करता,
अबकी लगता हमे मिला जो,
वो सच्चा इक नायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
वात्सल्य श्याम
भारत माँ की माटी से,
56 इंच अब देख लिया है,
उस शेर की छाती से,
सबने केवल हमें छला था,
लालच देकर वोट लिया था,
पर अबकी है मिला जो हमको,
वो सच्चा इक नायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
वीर शिवा की झलक दिखाता,
दुश्मन को वो मार भगाता,
नतमस्तक दुनिया है मानो,
उसकी सारी बातें जानो,
श्याम कहेगा अबकी ऐसा,
नही मिलेगा मोदी जैसा,
जनता सारी समझ गई है,
वो ही सच्चा नायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
राष्ट्र हित की बातें करता,
भारत माँ भारत माँ रटता,
देश की कैसे शान बढ़ा दूँ,
ऐसी बातें दिन भर करता,
अबकी लगता हमे मिला जो,
वो सच्चा इक नायक है,
हम सबका वो अधिनायक है,
वात्सल्य श्याम
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