मंगलवार, 10 अप्रैल 2018

विप्लव के बादल..

विप्लव के बादल क्यों है खटक?
वन उपवन के घनघोर घटक,
जब सच्ची बारिश होती है,
तब गरज कहीं पर सोती है,
जो धागे सच्चे होते हैं,
वो कसने से न टूटे हैं,
आंखों में तुम्हारे सपने थे,
जो जगने से अब टूटे हैं,
समुन्दर के उन गोतों से,
मोती ही तो अब छुटे हैं,
अक्सर ये फरेब ही होता है,
चंचलता में हर कोई खोता है,
पर सुबह का भूला रात तक,
घर आकर ही तो सोता है,
विप्लव के बादल क्यों है खटक
वन उपवन के घनघोर घटक...
#vatsalyshyam

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