सोमवार, 23 मार्च 2020

मेरी बात

आप सबके बीच उपस्थित हूँ एक अकविता के साथ आशा है आप सबको पसन्द आएगी...

खैर डरते डरते ही सही,
पर उस लड़के ने आज वो बात कही,
जिसकी वज़ह से वो बेचैन रहता था,
और हुआ क्या शायद नाराज़गी थी ,
जिसका उसको पहले से ही अंदेशा था,
वो किसी से अपनी बात न कहता था,
चाहे कितना भी जरूरी क्यों न हो,
जो भी मिल जाये उसी में खुश रहता,
किसी से शायद कोई उम्मीद न थी,
य उसने उम्मीद करना ही छोड़ दिया था,
जो भी था पर आज उसने कुछ माँगा था,
मिला क्या उसे कुछ भी पता नही पर हाँ,
उसके प्रश्नों का उत्तर जरूर मिल गया,
निशब्द रह गया घर का वो कोना भी,
फ़िर अंत में किसी ने कहा उससे ,
चलो सो जाओ सोने का समय हो गया,
बात बीच में ही छोड़कर वह चला गया,
और दे गया सबके मन में एक सवाल,
क्या जाति बिरादरी उसकी ख़ुशी से बड़ी है??
अगर नही तो अनकही किताब ने उसे छोड़ा क्यों??
उसने कहा था कि पापा पंडितों को न मानते,
तुम समझो हम मिल न सकते इस बार पर
अगली बार हम एक ही जाति में जनम लेंगे,
फिर हम अपने हिस्से की खुशी तब मनाएंगे ,
अगर ये भी नही हुआ तो ऐसी जगह जनम लेंगे,
जहाँ धर्म जाती इन सबसे ऊपर लोग हो,
जहाँ सिर्फ एक दूसरे की खुशियां दिखे,
और कुछ भी नहीं.....................

वात्सल्य श्याम

शनिवार, 14 मार्च 2020

ओ खुदा तू बता !!!!

ओ खुदा तू बता,
क्या इतना मैं ग़लत था,
है जुदा अब रास्ता,
क्या  चाहा मैं यही था...

रो रहा मैं सुनो,
अब तो तुम खुश हो,
मर रहा मैं सुनो,
जीना भी तो तुम हो..

जो कहा न रहा ,
जिंदगी का क्या पता,
सुन जरा साहिबा,
अब तो तुम खुश हो....


जा रहा मैं सुनो,
यम के उस निवास में,
खुश रहो तुम सदा,
दुनिया के वास में ....

ओ रे हवा रे पुरवइया !!!!!

ओ रे ! हवा रे ! पुरवइया
मेरा इतना सा कर दे काम,
मैंने लिखा है खत सुन ले तू,
पहुँचा दे उस पार.....

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!


कह देना अब न जी पाऊँ ,
तेरे बिना सुन मर जाऊँ,
मत जा तू मेरे प्यार,
अब दम घुटता है यार......

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!

तेरे लिए आसान बहुत है,
मेरे बिना सब काम बहुत है,
पता हमे भी भूल गई तू,
पर तू मेरा संसार......

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!

माना मैं तो बहुत बुरा हूँ,
तेरे लिए मैं ख़ुद से लड़ा हूँ,
माफ़ तू कर दे यार,
मत जा तू मेरे प्यार ......

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!!


कहना सबने है समझाया,
पर लड़का ये समझ न पाया,
चार दिनों से भूखा प्यासा,
करता रहा इंतज़ार.....

अब आजा मेरे प्यार,
तू आजा मेरे यार......!!!!!!!

मतलबी दुनिया 🙏

1.तुमसे दिल लगा कर गलती की थी मैंने,
तुम्हे अपना बना कर गलती की थी मैंने,
सुनो टूटकर चाहा था तुम्हे ज़ालिम बेवफ़ा,
पर इतना चाहकर भी  गलती की थी मैंने।।

रोकर गिड़गिड़ाकर गलती की थी मैंने
इतना गिरकर भी ग़लती की थी मैंने,
सबने तुम्हें ग़लत ही कहा था बेवफ़ा,
पर तुम्हे अपनाकर गलती की थी मैंने।।।

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2.तेरे जाने के बाद ख़ुद को आवारा बना लिया था,
मैंने तो सिगरेट को अपना सहारा बना लिया था,
जब जब कहि भी तेरी याद आई मुझे हर बार सुनो,
मैं मयखाने पहुँचकर उसी को किनारा बना लिया था....


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3.तुम्हारी धड़कन जब जब बढ़ेगी,
समझना मेरी रूह तुमसे मिलेगी,
जा तो रहा हूँ इस बदलती दुनिया से,
पर मेरी याद तेरे दिल में हमेशा रहेगी।।।।


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शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020

दूर मुझसे कहीं ...


दूर मुझसे कही तुम चले जाना न,
तुम किसी और कि जान हो जाना
रोज़ सजदा करूँ मैं तेरे नाम की,
तुम किसी और की चाँद हो जाना न।1।

तुम रहो बस मेरी ये दुआ मैं करूँ,
सिर्फ़ तेरे लिए मैं व्रत भी रखूँ,
जो ये बदल हूँ मैं तो बदल जाना न
दूर मुझसे कहि तुम चले जाना न ।2।

तुम भी कर लो इरादा इतना प्रिये
साथ मेरे व तेरा जनम भर रहे
तुम सुनो गैर की रानी बन जाना न,
स्वप्न में भी कभी छोड़के जाना न ।3।

दूर मुझसे कहि तुम चले जाना न
तुम किसी और कि जान हो जाना न।।

शनिवार, 11 जनवरी 2020

कहो प्रिये!!!

कहो प्रिये!!!
क्या याद न आती??
तुमको अब तो मेरी,
कहो तुम्हे !!!
क्या अब न होती??
उन शामों को देरी,
कहो तुम्हे!!
क्या फिकर न होती,
तुमको अब तो मेरी।।
तुमको सूरज चाँद कहा था,
पता तुम्हे तो होगा,
तुमको हमने तारा कहा था,
याद तुम्हे वो होगा,
वो तारा अब टूट गया है,
उसका छाया छूट गया है,
कैसे ख़ुद ये समझाए,
कैसे दिल को ये बहलाये,
तुमने तो है ढूढ़ लिया वर,
किसको ये अब राधा बुलाए,
किसका कान्हा अब कहलाए,
तुम भी तो न जीना सीखा,
मुझको इतना तुम बतला दो
कैसे जिए बेचारा???
कहो तुम्हे !!!
क्या वो खुश रखता,
नैनों से न आसूँ बहता
कहो कभी!!
क्यों खबर न लेती
तुम तो अब तो मेरी,
कहो तुम्हे !!
क्या फिकर न होती,
तुमको अब तो मेरी।।।।।।

मेरी बात