शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020

दूर मुझसे कहीं ...


दूर मुझसे कही तुम चले जाना न,
तुम किसी और कि जान हो जाना
रोज़ सजदा करूँ मैं तेरे नाम की,
तुम किसी और की चाँद हो जाना न।1।

तुम रहो बस मेरी ये दुआ मैं करूँ,
सिर्फ़ तेरे लिए मैं व्रत भी रखूँ,
जो ये बदल हूँ मैं तो बदल जाना न
दूर मुझसे कहि तुम चले जाना न ।2।

तुम भी कर लो इरादा इतना प्रिये
साथ मेरे व तेरा जनम भर रहे
तुम सुनो गैर की रानी बन जाना न,
स्वप्न में भी कभी छोड़के जाना न ।3।

दूर मुझसे कहि तुम चले जाना न
तुम किसी और कि जान हो जाना न।।

मेरी बात